नीम खाने के 21 वो फायदे
नीम एक ऐसी औषधि दवा है,जिसके खाने से बहुत फायदे होते है।कुछ वर्ष पहले सभी अपने घरों में एक नीम का पेड़ जरूर लगाते थे क्यो कि तब घरो में नीम को उपयोग ज्यादा किया जाता था। तो इसी को देखते हुए आज हम आपको नीम के बारे मे वो 21 गुण बताने बाले है जिनको जानकर आप हैरान हो जाएंगे और नीम की पत्ती को खाना शुरू कर देगें।
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Neem |
नीम खाने के फायदे
- नीम का तेल मसूड़े की सूजन और दांतों की सड़न दूर करने में मदद करता है यह दांत दर्द, दांत का कैंसर, दांत के सड़न आदि में भी फायदा पहुंचाता है।
- नीम की छाल का लेप सभी प्रकार के चर्म रोगों और घावों के निवारण में सहायक है।
- नीम के बीज से बने तेल को लगाने से झुर्रियाँ कम होती है नीम के पत्तों का रस चेहरे पर लगाने से मुहांसे खत्म हो जाते हैं।
- नीम के द्वारा बनाया गया लेप बालों में लगाने से बाल स्वस्थ रहते हैं और कम झड़ते हैं।
- नीम के बीजों के चूर्ण को खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लेने से बवासीर में काफ़ी फ़ायदा होता है।
- बुखार लग जाए तो इसकी छाल का काढ़ा बनाकर पीना लाभकारी होता है।
- नीम के बीज का तेल त्वचा को नर्म, चिकना और चमकदार बनाता है यह त्वचा को दाग धब्बों से मुक्त करता है।
- नीम के बीज का तेल सोरेसिस, एक्जिमा, मुहांसे आदि में लाभदायक है।
- नीम की पत्तियों का रस पीने से खून साफ होता है।
- नीम की जड़ को गर्भवती स्त्री के कमर में बांधने से बच्चा आसानी से पैदा हो जाता है। किन्तु बच्चा पैदा होते ही नीम की जड़ को कमर से खोलकर तुरन्त फेंक देने का सुझाव दिया जाता है। यह प्रयोग देश के कुछ ग्रामीण अंचलों में होते देखा गया है। परीक्षणों के बाद आयुर्वेद ने भी इसे मान्यता दी है।
- घाव चाहे छोटा हो या बड़ा नीम की पत्तियों के उबले जल से धोने, नीम पत्तियों को पीस कर उसपर छापने और नीम का पत्ता पीसकर पीने से शीघ्र लाभ होता है। फोड़े-फुंसी व बलतोड़ में भी नीम पत्तियाँ पीस कर छापी जाती हैं।
- नीम का रस पीने से त्वचा के भीतर की गंदगी दूर हो जाती है।
- अगर आपको पेट में कीड़ों की समस्या हो, तो नीम के पत्तों के रस में शहद और काली मिर्च मिला कर लीजिए यह फायदा पहुँचायेगा.
- नीम के फूलों को मसलकर गर्म पानी में डाल कर छान कर पीने से कब्ज दूर होता है।
- नीम एक रक्त-शोधक औषधि है, यह बुरे कैलेस्ट्रोल को कम या नष्ट करता है। नीम का महीने में १० दिन तक सेवन करते रहने से हार्ट अटैक की बीमारी दूर हो सकती है। कोयम्बटूर के एक आयुर्वेदीय अनुसंधान संस्थान में पशुओं पर प्रयोग करके देखा गया कि २०० ग्राम तक नीम पत्तियों के प्रयोग से कैलेस्ट्रोल की मात्रा काफी कम हो जाती है। लीवर की बीमारी में भी नीम पत्ती का सेवन लाभदायक पाया गया है।
- गठिया, बातरोग, साइटिका, जोड़ों में दर्द (अर्थराइटीस) में नीम तेल की मालिश, नीम की पत्तियों को पीसकर एवं गर्म कर जोड़ों पर छापने, नीम का मद पीने, नीम के सूखे बीज का चूर्ण हर तीसरे दिन महीने भर खाने से काफी लाभ मिलता है। नीम के छाल को पानी के साथ पीस कर जोड़ों के दर्द वाले स्थान पर गाढ़ा लेप करने से भी दर्द दूर होता है।
- क्या आप जानते है कि नीम की पत्तियां सिर्फ आपको शरीर से स्वस्थ ही नही रखती बल्कि आपको दिमाक से मजबूत बनाती है।
- आप रोजाना 4 पत्तियों का सेवन करेंगे तो आप कब्ज , मरोड़ और आंत में सूजन जैसी बीमारियों से दूर रखने में सहायक होती है।
- आप अगर नियमित रूप से सेवन करें तो आपके चेहरे पर दाग झुर्रियां जड़ से गायब हो जाएगी ।
- रक्त संबंधी विकार दूर होते हैं। ये पत्तियां शरीर को संक्रामक रोगों से भी बचाती हैं।
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